Swachh Bharat Mission Gramin 2025: गाँवों को स्वच्छ बनाने की पूरी जानकारी | आवेदन, लाभ और प्रगति रिपोर्ट

Swachh Bharat Mission Gramin

Table of Contents

Swachh Bharat Mission एक ऐसा शब्द जिसे आज बच्चा बच्चा जानता है।यह एक ऐसा मिशन है जो भारत को स्वच्छ बनाने में बहुत काम आ रहा है। और इस मिशन का पूरा श्रेय भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी जाता है। क्यूंकि उनकी वज़ह से ही यह मिशन आज इस स्तर तक पहुंच पाया है। आप याद कीजिए की पहले के समय में आपने कभी सोचा है कि हमारे गांव कितने साफ-सुथरे हो सकते हैं अगर हर घर में शौचालय हो? इसी सपने को हकीकत में बदल ने के लिए Swachh Bharat Mission Gramin की शुरुवात की गई थी।

इस योजना की शुरुआत 2 अक्टूबर 2014 को हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने की थी। इसका मकसद था कि 2019 तक भारत के हर गांव को खुले में शौच से मुक्त (ODF) बनाया जाए। Swachh Bharat Mission Gramin अब अपने दूसरे चरण (Phase II) में है, जो 2019 से 2025 तक चल रहा है। अब फोकस सिर्फ शौचालय बनाने पर नहीं, बल्कि गांवों को पूरी तरह स्वच्छ बनाने पर है। इसमें कचरे का प्रबंधन, पानी की सफाई, और स्वच्छता को बनाए रखना शामिल है। आज तक इसने लाखों लोगों की जिंदगी बदली है। तो चलिए, इस योजना के बारे में और विस्तार से जानते हैं।

Swachh Bharat Mission Gramin का उद्देश्य

Swachh Bharat Mission Gramin 2025 के कुछ खास मकसद हैं, जो गांवों को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने की दिशा में काम करते हैं:

  • खुले में शौच को खत्म करना: हर घर में शौचालय बनाकर गांवों को ODF (Open Defecation Free) करना।
  • स्वच्छता जागरूकता: लोगों को साफ-सफाई की आदत डालने के लिए जागरूक करना।
  • कचरा प्रबंधन: ठोस और गंदा पानी को सही तरीके से निपटाने की व्यवस्था करना।
  • स्वस्थ माहौल: पानी और मिट्टी को दूषित होने से बचाना, ताकि बीमारियां कम हों।
  • महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा: शौचालय की सुविधा से उनकी गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित करना।
  • सतत स्वच्छता: ODF गांवों को बनाए रखना और स्वच्छता को लंबे समय तक कायम रखना।

Swachh Bharat Mission Gramin की विशेषताएं

Swachh Bharat Mission Gramin की कुछ खास बातें इसे और भी खास बनाती हैं:

  • घर-घर शौचालय: हर घर में व्यक्तिगत शौचालय (IHHL) बनाने पर जोर।
  • Community Sanitary Complex: जहां व्यक्तिगत शौचालय बनाना मुमकिन न हो, वहां सामुदायिक शौचालय।
  • जागरूकता अभियान: IEC (Information, Education, and Communication) कैंपेन के जरिए लोगों को स्वच्छता की आदत सिखाना।
  • कचरा प्रबंधन: ठोस और गंदा पानी के लिए गांवों में सही सिस्टम तैयार करना।
  • स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग: गांवों को उनकी स्वच्छता के आधार पर रेटिंग देना।
  • Light House Initiative: स्वच्छता के लिए प्रेरक कहानियों और मॉडल गांवों को बढ़ावा देना।
  • SPM-NIWAS: कोलकाता में बना ये संस्थान स्वच्छता के लिए ट्रेनिंग और रिसर्च को बढ़ावा देता है।

Swachh Bharat Mission Gramin पात्रता

Swachh Bharat Mission Gramin के तहत शौचालय बनाने के लिए कुछ खास शर्तें हैं:

  • आवेदक भारत का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • आवेदक ग्रामीण इलाके में रहता हो।
  • आवेदक की उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए।
  • परिवार की मासिक आय 10,000 रुपये से कम होनी चाहिए।
  • विशेष श्रेणी जैसे SC/ST, दिव्यांग, भूमिहीन मजदूर, छोटे-मझोले किसान, या महिला-प्रधान परिवार को प्राथमिकता।

Swachh Bharat Mission Gramin के लिए जरूरी दस्तावेज

शौचालय बनाने के लिए आवेदन करते समय आपको ये दस्तावेज चाहिए होंगे:

  • आधार कार्ड
  • निवास प्रमाण पत्र
  • आय प्रमाण पत्र
  • बैंक खाता डिटेल्स
  • राशन कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • मोबाइल नंबर

Swachh Bharat Mission Gramin Online Registration

Swachh Bharat Mission Gramin के तहत शौचालय के लिए आवेदन करना बहुत आसान है। बस इन स्टेप्स को फॉलो करें:

  1. ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं: ऑनलाइन आवेदन करने के लिए स्वच्छ भारत मिशन की वेबसाइट पर जाएं।
  2. Citizen Corner चुनें: होमपेज पर “Application Form for IHHL” ऑप्शन पर क्लिक करें।
  3. मोबाइल नंबर डालें: अपना मोबाइल नंबर डालकर “Get OTP” पर क्लिक करें।
  4. OTP और कैप्चा: आपको मिला OTP और कैप्चा कोड डालें, फिर “Sign-In” करें।
  5. फॉर्म भरें: अपना नाम, पता, बैंक डिटेल्स जैसे जरूरी जानकारी भरें।
  6. दस्तावेज अपलोड करें: सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड करें और फॉर्म सबमिट करें।
  7. वेरिफिकेशन: आपका आवेदन चेक किया जाएगा, और स्वीकृति मिलने पर आपको सहायता दी जाएगी।

बजट और वित्तीय सहायता

Swachh Bharat Mission Gramin के लिए सरकार ने इस साल बहुत बड़ा बजट रखा है। दूसरे चरण (2019-2025) के लिए 1.40 लाख करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है। इसमें केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर पैसा देती हैं। हर पात्र परिवार को व्यक्तिगत शौचालय (IHHL) बनाने के लिए 12,000 रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है। ये पैसा खासतौर पर गरीब और जरूरतमंद परिवारों जैसे BPL, SC/ST, दिव्यांग, और महिला-प्रधान परिवारों के लिए है।

हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि ये राशि 2014 के हिसाब से तय की गई थी, जो अब थोड़ी कम पड़ सकती है। फिर भी, ये मदद गांवों में स्वच्छता को बढ़ावा देने में बहुत काम आई है। जितने ज्यादा लोग इसका लाभ लेंगे उतना हमारे देश के लिए अच्छा होगा।

Swachh Bharat Mission Gramin Progress Report

Swachh Bharat Mission Gramin ने अब तक गजब की प्रगति की है। कुछ आंकड़े देखिए:

  • ODF गांव: 2019 तक 6 लाख से ज्यादा गांव खुले में शौच से मुक्त (ODF) घोषित हो चुके थे।
  • शौचालय निर्माण: 12 करोड़ से ज्यादा घरों में शौचालय बनाए गए हैं।
  • ठोस कचरा प्रबंधन: 5.14 लाख गांवों में ठोस कचरे का प्रबंधन शुरू हुआ।
  • गंदा पानी प्रबंधन: 5.3 लाख गांवों में गंदा पानी की व्यवस्था की गई।
  • स्वास्थ्य लाभ: WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 में 2014 की तुलना में 3 लाख कम डायरिया से मौतें हुईं।
  • आर्थिक बचत: ODF गांवों के परिवारों ने स्वास्थ्य खर्च में हर साल औसतन 50,000 रुपये की बचत की।
  • कुछ चुनौतियां: 2024-25 में सिर्फ 19.61% बजट का इस्तेमाल हुआ, और ODF प्लस मॉडल गांवों का लक्ष्य सिर्फ 56% ही पूरा हुआ।

संपर्क जानकारी

अगर आपको Swachh Bharat Mission Gramin के बारे में कोई सवाल है या मदद चाहिए, तो आप इन हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं:

  • वेबसाइट: swachhbharatmission.gov.in
  • राष्ट्रीय हेल्पलाइन: 1800-180-1967
  • ईमेल: sbmgramin@nic.in
  • Swachh Bharat Mission Gramin Online Registration: Click Here

निष्कर्ष

Swachh Bharat Mission Gramin को हम सिर्फ एक योजना नहीं कह सकते इसे आंदोलन कहना कोई गलत बात नहीं। हां यह एक आंदोलन तो है क्यूंकि जब सारे लोग एकजुट होकर किसी मिशन पूरा करने की ठान लेते है तो उसे आंदोलन कह सकते है। इस मिशन की सबसे अच्छी बात मतलब अब तब योजना के तहत 12 करोड़ से ज्यादा शौंचालय बनाये जा चुके है।

Swachh Bharat Mission Gramin के दूसरे चरण का लक्ष्य है कि हर गाँव न सिर्फ शौचालय वाला हो, बल्कि वहाँ कचरा भी सही जगह जाए, गंदा पानी साफ हो, और हर कोई साफ-सफाई को अपनी आदत बना ले। ये तभी होगा जब हम सब मिलकर काम करेंगे। तो चलो साथ मिलकर हमारे भारत देश को स्वच्छ बनाने के काम है में लग जाते।


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FAQs

1. शौचालय बनाने के लिए कितनी आर्थिक मदद मिलती है?

➤ पात्र परिवारों को 12,000 रुपये की मदद दी जाती है।

2. कौन इस योजना के लिए आवेदन कर सकता है?

➤ ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग, जिनकी मासिक आय 10,000 रुपये से कम हो, आवेदन कर सकते हैं।

3. क्या सभी गांव ODF हो चुके हैं?

➤ 2019 तक 6 लाख से ज्यादा गांव ODF हो चुके थे, लेकिन कुछ इलाकों में अभी भी काम बाकी है।

4. क्या शहरी इलाकों में रहने वाले लोग भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं?

➤ नहीं। Swachh Bharat Mission Gramin (SBM-G) सिर्फ ग्रामीण इलाकों के लिए है। शहरी इलाकों के लिए अलग योजना है - Swachh Bharat Mission - Urban (SBM-U)

5. क्या गाँव में कचरा प्रबंधन (SLWM) की सुविधा पाने के लिए आवेदन करना पड़ता है?

➤ आम लोगों को अलग से आवेदन नहीं करना पड़ता। कचरा प्रबंधन के लिए फंड और योजना ग्राम पंचायत को मिलती है।

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